भारत में कृषि के प्रमुख प्रकार-भारत में प्रमुख रूप से निम्नलिखित प्रकार की कृषि की जाती है-
प्रारम्भिक जीविका निर्वाह कृषि
गहन जीविका कृषि
वाणिज्यिक कृषि
रोपण कृषि।
प्रारम्भिक जीविका निर्वाह कृषि की प्रमुख विशेषताएँ-प्रारम्भिक जीविका निर्वाह कृषि की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-
प्रारम्भिक जीविका निर्वाह कृषि भूमि के छोटे-छोटे टुकडों पर की जाती है।
इस प्रकार की कृषि पद्धति में आदिम अथवा प्राचीन कृषि यंत्रों का प्रयोग किया जाता है। इन यंत्रों में लकड़ी का हल, डाओ तथा खुदाई करने वाली छड़ी आदि शामिल हैं।
इस प्रकार की कृषि परिवार अथवा समुदाय श्रम की सहायता से की जाती है।
यह कृषि प्रायः मानसून, मिट्टी की प्राकृतिक उर्वरता और फसल उगाने के लिए अन्य पर्यावरणीय परिस्थितियों की उपयुक्तता पर निर्भर करती है।
इसके अन्तर्गत किसान जमीन के टुकड़े को साफ करके उन पर अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए अनाज व अन्य खाद्य फसलें उगाते हैं। जब मिट्टी की उर्वरता कम हो जाती है तो किसान उस भूमि के टुकड़े से स्थानान्तरित हो जाते हैं तथा कृषि के लिए भूमि का दूसरा टुकड़ा साफ करते हैं।
इस प्रकार की कृषि में उत्पादकता कम होती है।
प्रारम्भिक जीविका निर्वाह कृषि में किसान केवल उतना ही उत्पादन करता है जो कि उसके जीवन निर्वाह के लिए आवश्यक होता है।