दो कुण्डलियों का अन्तः प्रेरण $0.005 H$ है। पहली कुण्डली में धारा $I = I _0 \sin \omega t$ से परिवर्तित होती है जहां $I _0=10 A$ तथा $\omega=100 \pi$ रेडियन/सेकंड तो उच्चतम वि. वा.ब. :
[1998]
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$ e=-\frac{M d i}{d t}=0.005 \times i_0 \cos \omega t \times \omega$
$=0.005 \times 10 \times 100 \pi=5 \pi V $
art

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