एक आयताकार कुण्डली का क्षेत्रफल 25 सेमी $^2$, प्रतिरोध $100 \Omega$ तथा फेरों की संख्या 20 है। यदि चुम्बकीय क्षेत्र कागज के तल के लम्बवत् हो तथा 1000 टेसला/सेकण्ड की दर से बदलता हो तो धारा का मान है
[1992]
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(c) $i =\frac{ e }{ R }$
$ =\frac{ n }{ R } \frac{ AdB }{ dt }=\frac{20 \times 25 \times 10^{-4} \times 1000}{100}=0.5 A $
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