एक इंजन $1 / 6$ की दक्षता रखता है। जब इसके गर्त के तापमान को $62^{\circ} C$ से कम कर दिया जाता है, तो इसकी दक्षता दोगुनी हो जाती है। स्त्रोत का तापमान होगा $-$
[2007]
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माना कि स्रोत का तापमान $T_1$ है तथा सिंक का तापमान $T _2$ है। तब
इंजन की दक्षता, $\eta=1-\frac{ T _2}{ T _1}$
प्रश्नानुसार, $\eta=\frac{1}{6}$
$ \therefore \frac{1}{6}=1-\frac{ T _2}{ T _1} $
जब सिंक का तापमान $62^{\circ} C$ से घटाया जाता है तब दक्षता दोगुनी हो जाती है। अतः
$ 2\left(\frac{1}{6}\right)=1-\frac{ T _2-62}{ T _1} $
समीकरण $(2)$ से,
$ 2\left(\frac{1}{6}\right)=\left(1-\frac{T_2}{T_1}\right)+\frac{62}{T_1} $
या $2\left(\frac{1}{6}\right)=\frac{1}{6}+\frac{62}{ T _1}$; समीकरण $(1)$ से
या $\frac{1}{6}=\frac{62}{ T _1} $
$\Rightarrow T _1=372 K$
$\therefore T _1=(372-273)^{\circ} C $
$=99^{\circ} C $
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एक द्विपरमाणुक गैस $(\gamma=1.4)$ के किसी द्रव्यमान का दाब 2 वायुमंडलीय दाब के बराबर है। इसको रूद्धोष्म अवस्था में इतना संपीडित किया जाता है कि उसका ताप $27^{\circ} C$ से $927^{\circ} C$ हो जाता है। अंतिम अवस्था में गैस का दाब है :
किसी एक परमाणुक गैस का दाब $P_1$ और आयतन $V_1$ है। इसको रूद्धोष्म रूप से प्रारंभिक आयतन के $1 / 8$ तक संपीडित किया जाता है, गैस का अंतिम दाब कितना होगा
एक आदर्श गैस के लिए स्थिर दाब अवस्था में मोलर विशिष्ट ऊष्मा का मान $(7/2) \ R$ है। इसके लिए स्थिर दाब और स्थिर आयतन अवस्थाओं में विशिष्ट ऊष्माओं का अनुपात होगा
यदि किसी ताप गतिक प्रक्रम में, निकाय की आन्तरिक ऊर्जा में वृद्धि $\Delta U$ और उसके द्वारा किया गया कार्य $\Delta W$ हो तो, निम्नलिखित में से कौन सा सत्य (सही) है?
एक कार्नो इंजन के गर्त $($सिंक$)$ का ताप $300 K$ है और इसकी दक्षता $40 \%$ है। स्रोत ताप को कितना बढ़ाया जाए कि इंजन की दक्षता इसकी पहली दक्षता से $50 \%$ अधिक हो जाए?