एशियाई समाज, संस्कृति एवं सभ्यता के प्रति जेम्स मिल के विचार पूर्वाग्रह से ग्रसित थे। वह अंग्रेजी शासन को प्रगति तथा सभ्यता का प्रतीक मानता था। उसके अनुसार सारे एशियाई समाज सभ्यता के मामले में यूरोप से पीछे थे। इतिहास की उसकी समझदारी ये थी कि भारत में अंग्रेजों के आने से पहले यहाँ हिन्दू और मुसलमान तानाशाहों का ही राज चलता था। यहाँ चारों ओर केवल धार्मिक बैर, जातिगत बन्धनों और अन्धविश्वासों का ही बोलबाला था। मिल के अनुसार ब्रिटिश शासन ही भारत में सभ्यता ला सकता था। मिल ने यहाँ तक सुझाव दिया कि अंग्रेजों को भारत के सम्पूर्ण भू-भाग पर कब्जा कर लेना चाहिए जिससे भारतीयों को ज्ञान तथा सुखी जीवन प्रदान किया जा सके। वह अंग्रेजी शासन से पहले यहाँ अन्धकार का दौर मानता था।