इंडियन नेशनल कांग्रेस-इंडियन नेशनल कांग्रेस का वर्णन निम्न बिन्दुओं में स्पष्ट है-
इंडियन नेशनल कांग्रेस का गठन सन् 1885 में हुआ था। यह दुनिया के सबसे पुराने दलों में से एक है।
इस पार्टी को आमतौर पर कांग्रेस पार्टी कहा जाता है।
1885 में गठन के बाद से अब तक इस दल में कई बार विभाजन हुए हैं।
यह भारत का एक राष्ट्रीय दल है।
आजादी के बाद राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर अनेक दशकों तक इसने प्रमुख भूमिका निभाई है।
जवाहरलाल नेहरू की अगुवाई में इस दल ने भारत को एक आधुनिक धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने का प्रयास किया। .
हाथ के पंजे का निशान इस पार्टी का चुनाव चिन्ह है।
1971 तक लगातार और फिर 1980 से 1989 तक इसने देश पर शासन किया। 1989 के बाद से इस दल के जन-समर्थन में कमी आई पर अभी भी यह पूरे देश और समाज के सभी वर्गों में अपना आधार बनाए हुए है।
यह दल मध्यमार्गी (न वामपंथी न दक्षिणपंथी) है।
इस दल ने धर्मनिरपेक्षता और कमजोर वर्गों तथा अल्पसंख्यक समुदायों के हितों को अपना मुख्य कार्यक्षेत्र बनाया है।
यह दल नयी आर्थिक नीतियों का समर्थक है पर इस बात को लेकर भी सचेत है कि इन नीतियों का गरीब और कमजोर वर्गों पर बुरा असर न पड़े।
वर्ष 2004 से 2014 तक संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार का नेतृत्व इसी दल ने किया। (13) वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में इसे 52 सीटें मिलीं।