कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सी पी आई) इस पार्टी की प्रमुख बातें निम्न बिन्दुओं में स्पष्ट हैं-
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया का गठन सन् 1925 में हुआ।
वर्तमान में यह भारत का एक राष्ट्रीय दल है।
'बाली-हंसिया' इस पार्टी का चुनाव चिन्ह है।
यह पार्टी मार्क्सवाद-लेनिनवाद, धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र में आस्था रखती है। साथ ही अलगाववादी और सांप्रदायिक ताकतों की विरोधी है।
यह पार्टी संसदीय लोकतंत्र को मजदूर वर्ग, किसानों और गरीबों के हितों को आगे बढ़ाने का एक उपकरण मानती है।
वर्ष 1964 में इस दल में फूट पड़ी और माकपा इससे अलग हुई।
माकपा के अलग होने के बाद इसका जनाधार सिकुड़ता चला गया लेकिन केरल, पश्चिम बंगाल, पंजाब, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में अभी भी ठीकठाक स्थिति है।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में इसे 1 फीसदी से कम वोट और 2 सीट हासिल हुई।
मजबूत वाम मोर्चा बनाने के लिए यह पार्टी सभी वामपंथी दलों को साथ लाने की पक्षधर है।