इस पार्टी की प्रमुख बातें निम्न बिन्दुओं द्वारा स्पष्ट है-
इस पार्टी का गठन कम्प्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई) से वर्ष 1964 में अलग होकर हुआ।
यह पार्टी वर्तमान में भारत की एक राष्ट्रीय पार्टी है।
'हंसिया-हथौड़ा और तारा' इस पार्टी का चुनाव चिन्ह है।
यह पार्टी मार्क्सवाद-लेनिनवाद में आस्था रखती है।
यह दल समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता तथा लोकतंत्र का समर्थन करता है और साम्राज्यवाद तथा सांप्रदायिकता का विरोध करता हैं।
यह दल भारत में सामाजिक-आर्थिक न्याय का लक्ष्य साधने में लोकतांत्रिक चुनावों को सहायक और उपयोगी मानता है।
इस दल का पश्चिम बंगाल, केरल और त्रिपुरा में बहुत मजबूत आधार है।
गरीबों, कारखाना मजदूरों, खेतिहर मजदूरों और बुद्धिजीवियों के बीच इस दल की अच्छी पकड़ है।
यह पार्टी देश में पूँजी और सामानों की मुक्त आवाजाही की अनुमति देने वाली नयी आर्थिक नीतियों की आलोचक है।
पश्चिम बंगाल में यह पार्टी लगातार 34 वर्षों से शासन में रही।
वर्ष 2019 के चुनाव में इसने करीब 1.75 फीसदी वोट और लोकसभा की 3 सीटें हासिल की।