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सामान्य ताप तथा दाब पर किसी गैस के $4.0 g$ द्रव्यमान का आयतन $22.4$ लिटर है। स्थिर आयतन पर इसकी विशिप्ट ऊप्मा धारिता $5.0 JK ^{-1} \text{mol} ^{-1}$ है। यदि इस गैस में सामान्य ताप व दाब पर ध्वनि का वेग $952 \ ms ^{-1}$ है तो इस गैस की रिथर दाब विशिप्ट ऊप्मा धारिता है (गैस नियतांक $R =8.3 JK ^{-1} \text{mol} ^{-1} )$
एक समान तापमान पर दो पात्रों में से एक में आदर्श गैस $A$ तथा दूसरे में आदर्श गैस $B$ भरी है। गैस $A$ का दाब गैस $B$ के दाब का दो गुना है। इन दशाओं के अन्तर्गत गैस $A$ का घनत्व गैस $B$ के घनत्व से $1.5$ गुना पाया जाता है, तो $A$ तथा $B$ के अणुभारों का अनुपात होगा:
तीन बर्तनों में तीन अलग-अलग गैसें समान आयतन की भर दी गयी। अणुओं का द्रव्यमान क्रमशः $m _1, m _2, m _3$. तथा अणुओं की संख्या $N _1, N _2, N _3$ है। बर्तनों में गैसों का दाब क्रमश: $P _1, P _2, P _3$ है। तीनों गैसों को मिलाकर एक बर्तन में डाल दिया गया तो गैसों का दाब $P$ होगा:
$30^{\circ}$ वायुमंडलीय दाब तथा $27^{\circ} C$ पर एक गैस को $1$ वायुमंडलीय दाब तक प्रसारित किया गया । यदि आयतन प्रारम्भिक आयतन का $10$ गुना हो तो अन्तिम ताप होगा।
दो बर्तनों $A$ तथा $B$ में थोड़ा पानी भरकर बंद कर दिया गया । $A$ का आयतन $B$ से दोगुना है तथा $A$ में पानी का आयतन $B$ से आधा है । यदि दोनों का तापमान समान हो तो दोनों में वाष्प के दाब का अनुपात होगा: