मुगल साम्राज्य के पतन के कारण थे औरंगजेब की अदूरदर्शिता । वह बिना सोचे समझे निर्णय ले लिया करता था । जजिया कर को लागू करके, जिसे अकबर ने उठा दिया था, हिन्दुओं को नाराज कर दिया । उसने दक्षिण विजय के लिये अपनी सारी शक्ति झोंक दी। इससे उत्तर के सूबेदार निरंकुश होने लगे। 1707 में उसकी मृत्यु ने आग में घी का काम किया । अब मुगल दरबार षड्यंत्र का अखाड़ा बन गया और धीरे-धीरे मुगल साम्राज्य ध्वस्त हो गया।