खनिज संपत्ति में पाकिस्तान निर्धन है। वहाँ मिलने वाले खनिज और उनके प्राप्ति स्थान इस प्रकार हैं-(i) जिप्सम साल्ट रेंज में (ii) चूनापत्थर-साल्ट रेंज, सिंध, और उत्तर पश्चिम सीमा पर। (i) सेंध नमक-झेलम जिले में और साल्ट रेंज में (iv) खनिज तेज-अटकनें . (v) प्राकृतिक गैस-सूई (बलूचिस्तान), जहाँ से पाइप लाइन द्वारा मुल्तान, . लाहौर और कराची भेजने की व्यवस्था की गई है। (vi) इसके अतिरिक्ता-कोयला, क्रोमाइट, जिप्सम, लोहा, बॉक्साइट एवं गंधक प्रमुख है। रावलपिण्डी, भजनबल, हैदराबाद के कई क्षेत्रों में कोयला खनन किया जाता है। अंटक, सरगोधा, जितरल एवं मियाँवाली क्षेत्र में से लोहा प्राप्त किया जाता है।
बलूचिस्तान की जोन घाटी में क्रोमियम का भण्डार है। मैगनीज लासबेला और कोहाट क्षेत्र से प्राप्त किया जाता है।
उद्योग-पाकिस्तान उद्योगों के विकास में लगा हुआ है। यहाँ कृषि एवं रसायन पर आधारित उद्योगों को अधिक विकसित किया गया है। इनमें सूती वस्त्र, ऊनी वस्त्र, रेयन, सीमेंट, रसायन, चीनी, कागज और खेल के सामान हैं।
सूती वस्त्र उद्योग-कराँची, मुलतान, हैदराबाद और लाहौर में ।
रेयन उद्योग-कराची में स्थापित किया गया है।।
सीमेन्ट के कारखाने-वाह, दाऊद, खेल, हैदराबाद और कराँची में।
रसायन उद्योग-लायलपुर, खेवड़ी में स्थापित किये गये हैं।
चीनी उद्योग-पेशावर के निकट मरदान में विकसित है । यह एशिया की सबसे बड़ी चीनी मिल है।
कागज उद्योग-नौशेरा में।
खेल का समान-स्यालकोट में ।
परमाणु शक्ति-कुहुटा में स्थपित किया गया है।