रूढ़िवादी मेत्सिनी के गुप्त संगठनों और विचारों से क्यों डरे हुए थे? कोई दो कारण बताइए।
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(1) मेत्सिनी इटली का एक क्रान्तिकारी था। वह राजतंत्र का घोर विरोधी था तथा प्रजातांत्रिक गणतन्त्रों का समर्थक था। चौबीस साल की आयु में लिगुरिया में क्रांति करने के लिए उसे बहिष्कृत कर दिया गया। तत्पश्चात् उसने दो और भूमिगत संगठनों की स्थापना की । पहला था मार्सेई में यंग इटली और दूसरा, बर्न में यंग यूरोप, जिसके सदस्य पोलैंड, फ्रांस, इटली और जर्मन राज्यों में समान विचार रखने वाले युवा थे। इनकी क्रांति के डर से रूढ़िवादी डरते थे। (2) मेत्सिनी का विश्वास था कि ईश्वर की मर्जी के अनुसार राष्ट्र ही मनुष्यों की प्राकृतिक इकाई थी। वह इटली के छोटे राज्यों और प्रदेशों को जोड़ कर राष्ट्रों के व्यापक गठबंधन के अंदर एकीकृत गणतंत्र बनाना चाहता था। यह एकीकरण ही इटली की मुक्ति का आधार हो सकता था। उसके इस मॉडल की देखा-देखी जर्मनी, फ्रांस, स्विट्जरलैंड और पोलैंड में गुप्त संगठन कायम किए गए। इससे रूढ़िवादी डरते थे। मैटरनिख ने उसे 'सामाजिक व्यवस्था का सबसे खतरनाक दुश्मन' बताया था।
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वेइत की जर्मेनिया के निम्न गुणों के प्रतीकात्मक अर्थ बतलाइए-
टूटी हुई बेड़ियाँ, बाज-छाप कवच, बलूत पत्तियों का मुकुट, तलवार, तलवार पर लिपटी जैतून की डाली, काला, लाल और सुनहरा तिरंगा, उगते सूर्य की किरणें।
"निःसन्देह नेपोलियन बोनापार्ट ने फ्रांस में लोकतंत्र को समाप्त कर दिया परन्तु उसने कई क्रान्तिकारी प्रशासनिक सुधार भी लागू किये।" इस कथन का औचित्य सिद्ध कीजिए।