शूरसेन-
(1) राजस्थान के भरतपुर, धौलपुर तथा करौली के अधिकतर भू-भाग प्राचीन शूरसेन जनपद में सम्मिलित थे।
(2) शूरसेन जनपद की राजधानी मथुरा थी।
(3) चौथी शताब्दी ई. पू. के यूनानी लेखकों ने सिकंदर के समय में शूरसेन या सौरसेन का उल्लेख किया है।
(4) बयाना प्रशस्ति में भी शूरसेन नामक राजवंश का वर्णन मिलता है।
(5) सिकंदर के आक्रमण के पश्चात् अपनी स्वतंत्रता को सुरक्षित रखने को उत्सुक पंजाब और टक्क की कुछ जतियाँ राजस्थान में आकर बस गई।
(6) इनमें मालव, शिबि, अर्जुनायन आदि जातियाँ प्रमुख थीं जिन्होंने अपने नाम से नये जनपदों की स्थापना की।