औपचारिक क्षेत्रक ऋणों और अनौपचारिक क्षेत्रक ऋणों की विशेषताओं का विश्लेषण कीजिए।
Download our app for free and get startedPlay store
औपचारिक क्षेत्रक ऋणों की विशेषताएँ-
औपचारिक स्रोतों में ऋण पर ब्याज दर कम होता है।
सामान्यतः अमीर लोग ऋण इस स्रोत से लेते हैं।
इसमें लम्बे समय तक ऋण प्रदान किए जाते हैं।
इन स्रोतों में ऋणी का शोषण नहीं किया जाता है।
इसमें सरकारी नियमों एवं विनियमों का ध्यान रखा जाता है।
अनौपचारिक क्षेत्रक ऋणों की विशेषताएँ-
अनौपचारिक क्षेत्रों में ऋण पर ब्याज दर अधिक होता है।
निर्धन लोग इन स्रोतों से ऋण प्राप्त करते हैं।
इन स्रोतों द्वारा ऋणी का शोषण किया जाता है।
इनमें सरकारी नियंत्रण का अभाव पाया जाता है।
art

Download our app
and get started for free

Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*

Similar Questions

  • 1
    वस्तु विनिमय प्रणाली की प्रमुख समस्याओं को स्पष्ट कीजिए।
    View Solution
  • 2
    भारत में साख के अनौपचारिक स्रोतों के दोष बताइए।
    View Solution
  • 3
    ग्रामीण क्षेत्रों में सहकारी समितियों की गतिविधियाँ बढ़ाने हेतु कोई तीन सुझाव दीजिए।
    View Solution
  • 4
    भारत में ग्रामीण परिवारों के साख के चार प्रमुख स्रोतों का वर्णन कीजिए।
    View Solution
  • 5
    स्वयं सहायता समूह के महत्त्व को स्पष्ट कीजिए।
    View Solution
  • 6
    ग्रामीण क्षेत्रों में साख के विभिन्न स्रोत क्या हैं? इनमें से साख का कौनसा स्रोत सबसे अधिक सुविधाजनक है? यह सर्वाधिक सुविधाजनक क्यों है? कारण दीजिए।
    View Solution
  • 7
    बैंक की आवश्यकता हमें क्यों है? बैंकर किस प्रकार की सेवाएँ उपलब्ध करवाते हैं? बैंक की आय का प्रमुख साधन क्या है?
    View Solution
  • 8
    भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में ऋण के औपचारिक स्रोतों को बढ़ाने के लिए कोई तीन सुझाव दीजिए।
    View Solution
  • 9
    बैंकों की ऋण सम्बन्धी गतिविधि को स्पष्ट कीजिए।
    View Solution
  • 10
    ऋण की शर्तों पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
    View Solution