भारत में ग्रामीण परिवारों के साख के चार प्रमुख स्रोतों का वर्णन कीजिए।
Download our app for free and get startedPlay store
भारत में ग्रामीण परिवारों के साख के चार प्रमुख स्रोत निम्नलिखित हैं-
साहूकार-साहूकार उधार पर पैसा देने को अपना द्वितीय व्यवसाय समझते हैं। उनके उधार देने की प्रक्रिया सरल है तथा वे अनुत्पादक उद्देश्य के लिए भी उधार देते हैं। इनकी ब्याज दर बहुत अधिक होती है।
सहकारी समितियाँ-सहकारी समितियाँ कम ब्याज दरों पर कृषि कार्य हेतु तथा अन्य प्रकार के खर्चों के लिए ऋण मुहैया कराती हैं। ग्रामीण बैंक-ये लोगों को कम ब्याज दरों पर ऋण प्रदान करते हैं लेकिन इसमें अधिक औपचारिकताओं को पूरा करना पड़ता है। ये लम्बे समय तक ऋण उपलब्ध करवाते हैं।
रिश्तेदार व मित्र समय-समय पर रिश्तेदारों व मित्रों से भी ऋण उपलब्ध होता है। इस स्रोत से ऋण लेना अत्यन्त सरल होता है।
art

Download our app
and get started for free

Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*

Similar Questions

  • 1
    वस्तु विनिमय प्रणाली की प्रमुख समस्याओं को स्पष्ट कीजिए।
    View Solution
  • 2
    ग्रामीण क्षेत्रों में साख के विभिन्न स्रोत क्या हैं? इनमें से साख का कौनसा स्रोत सबसे अधिक सुविधाजनक है? यह सर्वाधिक सुविधाजनक क्यों है? कारण दीजिए।
    View Solution
  • 3
    ग्रामीण क्षेत्रों में सहकारी समितियों की गतिविधियाँ बढ़ाने हेतु कोई तीन सुझाव दीजिए।
    View Solution
  • 4
    भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में ऋण के औपचारिक स्रोतों को बढ़ाने के लिए कोई तीन सुझाव दीजिए।
    View Solution
  • 5
    बैंकों की ऋण सम्बन्धी गतिविधि को स्पष्ट कीजिए।
    View Solution
  • 6
    ऋण की शर्तों पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
    View Solution
  • 7
    औपचारिक क्षेत्रक ऋणों और अनौपचारिक क्षेत्रक ऋणों की विशेषताओं का विश्लेषण कीजिए।
    View Solution
  • 8
    बैंक की आवश्यकता हमें क्यों है? बैंकर किस प्रकार की सेवाएँ उपलब्ध करवाते हैं? बैंक की आय का प्रमुख साधन क्या है?
    View Solution
  • 9
    भारत में साख के अनौपचारिक स्रोतों के दोष बताइए।
    View Solution
  • 10
    स्वयं सहायता समूह के महत्त्व को स्पष्ट कीजिए।
    View Solution