ग्रामीण क्षेत्रों में साख के विभिन्न स्रोत हैं-साहूकार, मालिक, व्यापारी, ग्रामीण बैंक, दोस्त, रिश्तेदार, सहकारी समितियाँ, स्वयं सहायता समूह आदि।
इनमें से सबसे अधिक सुविधाजनक स्रोत साहूकार है, क्योंकि-
बैंकों की सुविधाएँ ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त रूप से उपलब्ध नहीं हैं, जबकि साहूकार सर्वत्र उपलब्ध हैं।
साहूकार लम्बे समय तक के लिए बिना अधिक औपचारिकताओं के ऋण प्रदान करता है।
साहूकार बिना उद्देश्य जाने आसानी से ऋण उपलब्ध करवा देते हैं।
साहूकारों से बिना औपचारिकताओं के किसी भी समय ऋण लिया जा सकता है।