साख के अनौपचारिक स्रोतों के दोष/हानियां निम्न प्रकार है-
भारत में अनौपचारिक स्रोतों द्वारा ऊँची दर पर ऋण दिया जाता है।
अनौपचारिक स्रोतों द्वारा अत्यन्त कठोर शर्तों पर ऋण दिया जाता है।
ऋण न चुकाने की स्थिति में ऋणदाता कृषकों का अनाज सस्ते में खरीद लेते हैं तथा कई बार उनसे अपने खेतों या घरों पर बिना वेतन कार्य करवाते हैं।
अनौपचारिक स्रोतों द्वारा लिखा-पढ़ी में गड़बड़ करके ऋणी का शोषण किया जाता है।
अनौपचारिक स्रोतों द्वारा ऋण लेने पर ऋणी ऋण जाल में फँस जाता है।