बाँध का अर्थ-प्रवाहित जल को रोकने, दिशा देने या बहाव को कम करने के लिए खडी की गई बाधा जो कि आम तौर पर जलाशय, झील अथवा जल भरण बनाती है, बाँध कहलाती है। बाँध का अर्थ जलाशय से होता है न कि इसके ढाँचे से।
उद्देश्य सिंचाई के अलावा बाँधों का उद्देश्य विद्युत उत्पादन, घरेलू और औद्योगिक उपयोग, जल आपूर्ति, बाढ़ नियंत्रण, मनोरंजन, आन्तरिक नौसंचालन और मत्स्य पालन भी है। इसी कारण बाँधों को बहुउद्देश्यीय परियोजनाएँ कहा जाता है। जहाँ एकत्रित जल के अनेकों उपयोग समन्वित होते हैं। यथा-सतलज-व्यास बेसिन में भाखड़ा-नांगल परियोजना जलविद्युत उत्पादन और सिंचाई दोनों के काम में आती है। इसी प्रकार महानदी बेसिन में हीराकुड परियोजना जल संरक्षण और बाढ़ नियंत्रण का समन्वय है।