भूमि निम्नीकरण के लिए उत्तरदायी कारक-भूमि निम्नीकरण के लिए उत्तरदायी कारक निम्नलिखित हैं-
खनन-खनन के उपरान्त खदानों वाले स्थानों को गहरी खाइयों और मलबे के साथ खुला छोड़ दिया जाता है; वनों को काटा जाता है जिससे भूमि का अपकर्षण होता है।
अति पशुचारण- चरागाहों में पशुओं की निरन्तर चराई के कारण भूमि का ह्रास होता है।
अत्यधिक सिंचाई- भूमि की अत्यधिक सिंचाई से जल भराव होता है। अत्यधिक सिंचाई के कारण उत्पन्न जलाक्रान्तता के फलस्वरूप भूमि की लवणता अथवा क्षारीयता बढ़ जाती है जिससे भूमि कृषि के अयोग्य हो जाती है।
खनिज प्रक्रियाएँ-सीमेण्ट उद्योग में चूना पत्थर को पीसना तथा मृदा उद्योग में खड़िया मृदा और सेलखड़ी के प्रयोग से बहुत अधिक मात्रा में वायुमण्डल में धूल विसर्जित होती है। जब इसकी परत भूमि पर जम जाती है तो मृदा की जल सोखने की प्रक्रिया अवरुद्ध हो जाती है। इससे भूमि का निम्नीकरण हो रहा है।
औद्योगिक अपशिष्ट-विगत कुछ वर्षों से देश के विभिन्न भागों में औद्योगिक जल निकास से बाहर आने वाला अपशिष्ट पदार्थ भूमि और जल प्रदूषण का मुख्य स्रोत है।
भूमि निम्नीकरण को नियंत्रित करने के उपाय-
वनारोपण और चरागाहों का उचित प्रबंधन किया जाना।
पेड़ों की रक्षक मेखला, पशुचारण नियंत्रण और रेतीले टीलों को काँटेदार झाड़ियाँ लगाकर स्थिर बनाना।
बंजर भूमि का उचित प्रबंधन किया जाए।
औद्योगिक जल को परिष्करण के उपरान्त विसर्जित करके जल और भूमि प्रदूषण को कम करना।
खनन के क्रियाकलापों को नियंत्रित किया जाए।