संसाधन नियोजन का अर्थ- संसाधन नियोजन एक ऐसी प्रक्रिया है जो संसाधनों के उपयोग, संरक्षण एवं संवर्धन हेतु अपनाई जाती है। अतः संसाधनों को लम्बे समय तक उपयोग करने, विनिष्टता से बचाने और प्रदूषण रहित रखने और उनके संवर्द्धन हेतु नीति एवं विधि निर्धारित करने की कला संसाधन नियोजन कहलाती है।
संसाधन संरक्षण के उपाय- किसी भी तरह के विकास में संसाधनों की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। परन्तु संसाधनों का अविवेकपूर्ण उपयोग तथा अति उपयोग के कारण कई सामाजिक-आर्थिक तथा पर्यावरणीय समस्याएँ पैदा हो सकती हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए विभिन्न स्तरों पर संसाधनों का संरक्षण आवश्यक है। संसाधन संरक्षण के प्रमुख उपाय निम्नलिखित हैं-
जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण किया जाये, जिससे संसाधनों पर बढ़ता दबाव कम किया जा सके।
संसाधन उपयोग की नवीन प्रौद्योगिकी का उपयोग हो किन्तु शोषणात्मक प्रवृत्ति न हो।
अपशिष्टियों में कमी तथा प्रदूषण पर नियंत्रण किया जाये।
समन्वित पर्यावरण तंत्र प्रबंधन अपनाया जाये।
आम लोगों की संसाधन उपयोग की प्रवृत्ति में परिवर्तन किया जाये।
शिक्षा का विकास, विस्तार एवं प्रचार किया जाये।