एक आदर्श गैस को $27^{\circ} C$ से रुद्धोष्म प्रक्रम में दबाया गया तो उसका आयतन प्रारंभिक आयतन का $8 / 27$ हो गया । इसके तापमान में वृद्धि होगी $( r =5 / 3)$
[1999]
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$(b)\ T =27^{\circ} C =300 K$
$\gamma=\frac{5}{3} ; V _2=\frac{8}{27} V _1 ; \frac{ V _1}{ V _2}=\frac{27}{8} $
रुद्धोष्म प्रक्रम हेतु
$ T _1 V _1^{\gamma-1}= T _2 V _2^{\gamma-1}$
$\frac{ T _2}{ T _1}=\left(\frac{ V _1}{ V _2}\right)^{\gamma-1}$
$=\left(\frac{27}{8}\right)^{\frac{5}{3}-1}$
$\frac{ T _2}{ T _1}=\frac{9}{4} $
$\Rightarrow T _2=\frac{9}{4} \times T _1=\frac{9}{4} \times 300=675 K$
$T _2=675-273^{\circ} C $
$=402^{\circ} C $
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चित्र में उष्मागतिकी प्रक्रम दिखाया गया है । कुछ बिन्दुओं पर दाब व आयतन निम्न प्रकार है $P _{ A }=3 \times 10^4 Pa , V _{ A }$ $=2 \times 10^{-3}$, मी $^3 P _{ B }=8 \times 10^4 Pa , V _{ B }=5 \times 10^{-3}$ मी $^3$. प्रक्रम $AB$ में $600 J$ ऊष्मा दी गयी तथा $BC$ में $200 J$ ऊष्मा दी गयी। $AC$ प्रक्रम में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन होगा:
प्रारम्भिक ताप $TK$ पर आदर्श गैस का एक मोल रुद्धोष्मीय रूप से $6 R$ जूल कार्य करता है। यदि नियत दाब तथा आयतन पर गैस की विशिष्ट ऊष्माओं का अनुपात $5 / 3$ है, तो गैस का अन्तिम ताप होगा :
यदि किसी ताप गतिक प्रक्रम में, निकाय की आन्तरिक ऊर्जा में वृद्धि $\Delta U$ और उसके द्वारा किया गया कार्य $\Delta W$ हो तो, निम्नलिखित में से कौन सा सत्य (सही) है?
एक कार्नो इंजन के गर्त $($सिंक$)$ का ताप $300 K$ है और इसकी दक्षता $40 \%$ है। स्रोत ताप को कितना बढ़ाया जाए कि इंजन की दक्षता इसकी पहली दक्षता से $50 \%$ अधिक हो जाए?
एक मोल आदर्श गैस, प्रारंभिक अवस्था $A$ से अन्तिम अवस्था $B$ को निम्नलिखित दो प्रक्रमों से होकर जाती है। पहले इसके आयतन का $V$ से $3 V$ तक समतापीय रूप से प्रसार होता है। फिर, स्थिर दाब पर इसका आयतन $3 V$ से $V$ तक कम किया जाता है तो, इन दो प्रकमों को निरूपित करने के लिए सही $P-V$ आरेख है:
किसी एक परमाण्विक गैस का दाब $p$ और आयतन $V$ है। इसमें पहले समतापीय रूप से $2 V$ आयतन तक और फिर रूद्धोष्म रूप से $16 V$ आयतन तक प्रसार होता है। यदि $\gamma=\frac{5}{3}$ हो तो, गैस का अन्तिम दाब होगा