समतापीय प्रसार में एक परिबद्ध आदर्श गैस अपने वातावरण के विरूद्ध $-150 J$ कार्य करती है, इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि:
[2011]
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(a) या (d)
यदि कोई प्रक्रम प्रसार हो तो किया गया कार्य धनात्मक होगा। अतः सही उत्तर (a) होगा। लेकिन प्रश्नानुसार, गैस द्वारा किया गया कार्य $-150 J$ है, अतः उत्तर $( d )$ होगा।
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प्रारम्भिक ताप $TK$ पर आदर्श गैस का एक मोल रुद्धोष्मीय रूप से $6 R$ जूल कार्य करता है। यदि नियत दाब तथा आयतन पर गैस की विशिष्ट ऊष्माओं का अनुपात $5 / 3$ है, तो गैस का अन्तिम ताप होगा :
एक आदर्श गैस ऊष्मीय इंजन $227^{\circ} C$ व $127^{\circ} C$ कार्नो चक्र में कार्य करता है। यह उच्च ताप पर $6$ किलो कैलोरी ऊष्मा का अवशोषण करता है। ऊष्मा की कितनी मात्रा $($किलो कैलोरी में$)$ कार्य में परिवर्तित होती है
एक आदर्श गैस ऊष्मा इंजन कार्नो चक्र में $227^{\circ} C$ तथा $127^{\circ} C$ के बीच कार्यरत है। यह उच्च ताप पर $6 \times 10^4$ कैलोरी ऊष्मा अवशोषित करता है। कार्य में परिवर्तित ऊष्मा का मान है
यदि किसी ताप गतिक प्रक्रम में, निकाय की आन्तरिक ऊर्जा में वृद्धि $\Delta U$ और उसके द्वारा किया गया कार्य $\Delta W$ हो तो, निम्नलिखित में से कौन सा सत्य (सही) है?
नियत दाब तथा नियत आयतन पर विश्ष्ट ऊष्मा का अनुपात $r$ है। यदि गैस का आयतन स्थिर दाब $P$ पर $V$ से $2 V$ कर दिया जाए तो गैस की आन्तरिक ऊर्जा में वृद्धि होगी :
किसी एक परमाणुक गैस का दाब $P_1$ और आयतन $V_1$ है। इसको रूद्धोष्म रूप से प्रारंभिक आयतन के $1 / 8$ तक संपीडित किया जाता है, गैस का अंतिम दाब कितना होगा