एक $m$ द्रव्यमान की वस्तु श्रेणीक्रम में जुड़ी हुई $K _1$ और $K _2$ बल नियतांको की स्प्रिंगो से लटकी हुई है। वस्तु का दोलनकाल होगा-
[1990]
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(d) परिणामी स्प्रिंग नियतांक; $K =\frac{ k _1 k _2}{ k _1+ k _2}$.
समयकाल $T =2 \pi \sqrt{\frac{ m }{ K }}=2 \pi \sqrt{\frac{ m \left( k _1+ k _2\right)}{ k _1 k _2}}$
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एक सरल लोलक का आयाम तथा कोणीय वेग क्रमशः $a$ तथा $\omega$ है। माध्य स्थिति से $x$ दूरी पर इसकी गतिज ऊर्जा $T$ तथा स्थितिज ऊर्जा $V$ है तो $T$ तथा $V$ का अनुपात होगा
एक $m$ द्रव्यमान का पिण्ड ऊर्ध्वाधरत सरल: आवर्तगति करता है। जब द्रव्यमान को स्प्रिंग $A$ से लटकाया जाता है तो उसका आवर्तकाल $t_1$ तथा $B$ से लटकाने पर आवर्तकाल $t _2$ है। यदि $A$ तथा $B$ को दिये गये चित्र की तरह जोड़ा जाए तो आवर्तकाल $t _0$ दिया जाता है
एक कण दो परस्पर लम्बवत् सरल आवर्त गतियाँ इस प्रकार करते हैं कि इसके $x$ तथा $y$ अक्ष इस प्रकार दिये जाते है : $x =2 \sin \omega t ; \quad y =2 \sin A \left(\omega t +\frac{\pi}{4}\right)$ कण का पथ होगा
एक पिण्ड सरल आवर्तगति करता है। जब उसका विस्थापन माध्य स्थिति से $4$ सेमी तथा $5$ सेमी हो तो उसका वेग $10$ सेमी/सेकंड तथा $8$ सेमी/सेकंड है, इसका आवर्तकाल होगा $-$