एक समतल उत्तल और एक समतल अवतल लेंस एक दूसरे के ऊपर पूर्णतः ठीक बैठ जाते हैं। उनके समतल पृष्ठ आपस में समान्तर हैं। यदि इन लेंसों के पदार्थां के अपवर्तनांक $\mu_1$ और $\mu_2$ हैं तथा दोनों के वक्र पृष्ठों $($ तलों $)$ की वक्रता त्रिज्या $R$ है तो इनके संयोजन की फोकस दूरी होगी :
[2013]
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$\frac{1}{f}=\frac{1}{f_1}+\frac{1}{f_2}$
$=\left(\mu_1-1\right)\left(\frac{1}{\infty}-\frac{1}{-R}\right)+\left(\mu_2-1\right)\left(\frac{1}{\infty}-\frac{1}{R}\right)$
$ =\frac{\left(\mu_1-1\right)}{R}-\frac{\left(\mu_2-1\right)}{ R }$
$\Rightarrow \frac{1}{ f }=\frac{\mu_1-\mu_2}{ R }$
$\Rightarrow f =\frac{ R }{\mu_1-\mu_2} $
यह संयोजन की फोकस दूरी है।
art

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