गुरुत्वीय क्षेत्र की आवश्यकता ऊष्मा चालन के किस प्रकार में उपयोगी है?
[2000]
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(c) संवहन में तापप्रवणता ऊर्ध्वाधर दिशा में होती है । अतः गुरुत्वाकर्षण कार्य करेगा।
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Similar Questions

  • 1
    दो छड़ समान लम्बाई, ऊष्मा चालकता $K _1, K _2$, क्षेत्रफल $A _1, A _2$ तथा विशिष्ट ऊष्मा $S _1, S _2$ है । दोनों सिरों के ताप $T _1$ व $T _2$ है। साम्वास्था में ऊष्मा प्रवाह की दर है:
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  • 2
    $1227^{\circ} C$ पर एक कृष्ण पिण्ड विकिरण उत्सर्जन करता है जिसमें अधिकतम विकिरण फ्लक्स घनत्व $5000 \mathring A $ के तरंगदैर्ध्य पर होता है। यदि इस पिण्ड का ताप $1000^{\circ} C$ से बढ़ा दिया जाए, तो अधिकतम विकिरण फ्लक्स घनत्व देखा जाएगा
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  • 3
    एक संयुक्त स्लैब $($slab$)$ समान मोटाई के दो विभिन्न पदार्थो से मिलकर बना है, जिनकी ऊष्मा चालकताएँ क्रमशः $K$ व $2 K$ हैं तो स्लैब की तुल्य ऊष्मीय चालकता होगी:
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  • 4
    एक कृष्णिका से तरंगदैर्ध्य $\lambda_{ m }$ के संगत उत्सर्जित विकिरण, ताप $T$ पर अधिकतम होता है, तब
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  • 5
    एक कृष्णिका का ताप $500 K$ है। इससे ऊर्जा उत्सर्जन की दर समानुपाती होगी:
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  • 6
    यह मानते हुए कि सूर्य $r$ त्रिज्या का गोलाकार बाहरी तल रखता है और तापमान $t^{\circ} C$ पर एक कृष्ण पिंड की तरह प्रकीर्णन करता है, सूर्य केन्द्र से $R$ दूरी पर आपतित किरणों से लम्ब दिशा में किसी एक मात्रक तल द्वारा प्राप्त की गई शक्ति होगी-
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  • 7
    तापयुग्म का व्युत्क्रमण ताप $620^{\circ} C$ है तथा उदासीन ताप $300^{\circ} C$ है। शीतल संधि का ताप क्या है?
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  • 8
    लम्बाई $L$ और एकसमान परिच्छेद क्षेत्रफल $A$ की एक छड़ के दो सिरों को दो तापमानों $T _1$ और $T _2$ ( जबकि $T_1>T_2$ है) पर निरन्तर रखा जा रहा है। स्थिर अवस्था में छड़ में से ऊष्मा के स्थानान्तरण की दर, $\frac{ dQ }{ dt }$ होगी:-
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  • 9
    किसी तारे की त्रिज्या $r$ है। यदि इसकी बाहरी सतह $TK$ ताप की कृष्णिका की भाँति ऊष्मा विकसित करती है तो, इसके केन्द्र से $R$ दूरी पर, प्रति इकाई क्षेत्रफल द्वारा, आपतन की दिशा के लम्बवत्, प्राप्त कुल विकिरण ऊर्जा है
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  • 10
    यदि सूर्य का तापमान दोगुना हो जाए तो पृथ्वी पर आने पर ऊर्जा कितने गुणा बढ़ेगी?
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