किसी कण को प्रदर्शित करने वाले निम्नलिखित फलनों में कौन से फलन सरल आवर्त गति को निरूपित करते है?
(A) $y=\sin \omega t-\cos \omega t$
(B) $y=\sin ^3 \omega t$
(C) $y=5 \cos \left(\frac{3 \pi}{4}-3 \omega t\right)$
(D) $y =1+\omega t +\omega^2 t ^2$
[2011]
Download our app for free and get started
(c) केवल $( A )$ एवं $( C )$ में दिए गए फलन सं. आ. ग. दर्शाते हैं।
Download our app
and get started for free
Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*
किसी सरल आर्वत तरंग का समीकरण $ y=3 \sin \frac{\pi}{2}(50 t-x) $ जहाँ $x$ तथा $y$ मीटर में और $t$ सेकंड में है तो, अधिकतम कण $-$ वेग तथा तरंग वेग का अनुपात होगा :
एक पिण्ड सरल आवर्तगति करता है। जब उसका विस्थापन माध्य स्थिति से $4$ सेमी तथा $5$ सेमी हो तो उसका वेग $10$ सेमी/सेकंड तथा $8$ सेमी/सेकंड है, इसका आवर्तकाल होगा $-$
एक सरल लोलक का आयाम तथा कोणीय वेग क्रमशः $a$ तथा $\omega$ है। माध्य स्थिति से $x$ दूरी पर इसकी गतिज ऊर्जा $T$ तथा स्थितिज ऊर्जा $V$ है तो $T$ तथा $V$ का अनुपात होगा
किसी नगण्य द्रव्यमान के स्प्रिंग से लटकाये गये $M$ द्रव्यमान का दोलनकाल $T$ है। यदि इसके साथ ही एक अन्य $M$ द्रव्यमान लटका दिया जाय तो दोलनकाल हो जायेगा