किसी सरल आर्वत तरंग का समीकरण $ y=3 \sin \frac{\pi}{2}(50 t-x) $ जहाँ $x$ तथा $y$ मीटर में और $t$ सेकंड में है तो, अधिकतम कण $-$ वेग तथा तरंग वेग का अनुपात होगा :
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$(b)\ y=3 \sin \frac{\pi}{2}(50 t-x)$
$y=3 \sin\ \left(25 \pi t-\frac{\pi}{2} x\right)$ मानक तरंग समीकरण से तुलना करने पर,
$y=a \sin\ (\omega t-k x)$
तरंग का वेग $v=\frac{\omega}{k}=\frac{25 \pi}{\pi / 2}$
$=50 m / \sec$.
कण का वेग
$ v_p=\frac{\partial y}{\partial t}=75 \pi \cos $
$\left(25 \pi t-\frac{\pi}{2} x\right)$
$v_{p \text { max }}=75 \pi$
$\text { तब, } \frac{v_{p_{\max }}}{v}=\frac{75 \pi}{50}$
$=\frac{3 \pi}{2}$
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एक बिन्दु सरल आवर्त दोलन करता है जिसका आवर्तकाल $T$ और चलन का समीकरण $x = a \sin (\omega t +\pi / 6)$ है। आवर्तकाल के किस अंश के पश्चात् बिन्दु का वेग उसके अधिकतम वेग का आधा होगा ?
दो सरल आवृत्तगति एक दूसरे के लम्बवत् है अर्थात् एक $x - $ अक्ष में तथा दूसरा $y-$ अक्ष में है। यदि दोनों का आयाम समान तथा कलान्तर $\pi / 2$ हो तो पथ होगा $-$
किसी पिण्ड $($वस्तु$)$ के चिकेने क्षैतिज पृष्ठ $($सतह$)$ पर दोलनों के समीकरण को $X=A \cos (\omega t)$ द्वारा निरूपित किया जाता है, जहां $X=t$ समय पर विस्थापन $\omega=$ दोलनों की आवृत्ति तो, $t$ के साथ $a$ के विचलन $($परिवर्तन$)$ को कौन $-$ सा ग्राफ $($आलेख$)$ सही रूप में दर्शाता है ?
एक सरल लोलक का आयाम वास्तविक आयाम का $1 /$ 3 भाग हो जाता है जब वह 100 दोलन पूरे कर लेता है। जब वह 200 दोलन पूरे कर लेता है तो उसका आयाम $S$ भाग हो जाता है जहां $S$ का मान होगा-