मुस्लिम लीग का उदय बीसवीं शताब्दी के प्रारम्भिक दशक की एक महत्त्वपूर्ण घटना थी। इसका वर्णन निम्न प्रकार है-
(1) मुसलमान जमींदारों और नवाबों के एक समूह ने ढाका में सन् 1906 में ऑल इंडिया मुस्लिम लीग का गठन किया।
(2) मुस्लिम लीग ने बंगाल विभाजन का समर्थन किया। लीग ने माँग की कि मुसलमानों के लिए अलग निर्वाचिका की व्यवस्था की जाए। 1909 में सरकार ने यह माँग मान ली।
(3) अब परिषदों में कुछ सीटें मुसलमान उम्मीदवारों के लिए आरक्षित कर दी गईं जिन्हें मुस्लिम मतदाताओं द्वारा ही चुनकर भेजा जाना था। इससे राजनेताओं में अपने धार्मिक समुदाय के लोगों को अपना राजनीतिक समर्थक बनाने का लालच पैदा हो गया।