(1)लाख का काम-राजस्थान में जयपुर एवं जोधपुर। में लाख के आभूषण बहुतायत से बनाये जाते हैं। लाख के काम में चपड़ी को पिघलाकर उसमें चाक मिट्टी, बिरोजा आदि मिलाकर गूंथ लिया जाता है। उसी से विभिन्न चीजें तैयार की जाती हैं। सजावट के लिए कांच एवं मोती लगाए जाते हैं।
(2) आभूषण निर्माण-जड़ाऊ आभूषणों के लिए राजस्थान में जयपुर, जोधपुर, बीकानेर एवं उदयपुर विख्यात हैं। मूल्यवान पत्थरों को तराशने का काम जयपुर में होता है। काँच पर बारीक सोने की नक्काशी का काम थेवा कला कहलाती है, जिसके लिए प्रतापगढ़ प्रसिद्ध है। प्रतापगढ़ की जनजातियाँ पीतल और चांदी के आभूषण निर्माण के लिए विख्यात हैं।