मान लीजिए कि $\vec{r} = x \hat{i}+y \hat{j}, \vec{XY} - $तल में एक मात्रक सदिश है $($आकृति$)।$ तब आकृति के अनुसार हम पाते हैं कि $x = \cos \theta$ और $y = \sin \theta\ ($क्योंकि $|\vec{r}| = 1)$ इसलिए हम सदिश $\vec{r}$ को,
$\vec{r} (= \vec{{OP}}) = \cos \theta \hat{i} + \sin \theta \hat{j} ...(1)$
के रूप में लिख सकते हैं।
स्पष्टतः $|\vec{r}| = \sqrt{\cos ^{2} \theta+\sin ^{2} \theta} = 1$
जैसे$-$जैसे $\theta, 0$ से $2 \pi,$ तक परिवर्तित होता है बिंदु $P ($आकृति$)$ वामावर्त दिशा में वृत $x^2 + y^2 = 1$ का अनुरेखण करता है और इसमें सभी संभावित दिशाएँ सम्मिलित हैं। अतः $(1)$ से $XY-$तल में प्रत्येक मात्रक सदिश प्राप्त होता है।
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यदि $\vec{a} = \vec{0}$ अथवा $\vec{b} = \vec{0}$ तब $\vec{a} \times \vec{b} = \vec{0}$ होता है। क्या विलोम सत्य है? उदाहरण सहित अपने उत्तर की पुष्टि कीजिए।
एक समांतर चतुर्भुज का क्षेत्रफल ज्ञात कीजिए जिसकी संलग्न भुजाएँ सदिश $\vec{a}$ = $\hat{i}-\hat{j}+3 \hat{k}$ और $\vec{b}$ = $2 \hat{i}-7 \hat{j}+\hat{k}$ द्वारा निर्धारित हैं।
दिए हुए सदिशों $\vec{a}$ = $2 \hat{i}-\hat{j}+2 \hat{k}$ और $\vec{b}$ = $-\hat{i}+\hat{j}-\hat{k}$, के लिए, सदिश $\vec{a}+\vec{b}$ के अनुदिश मात्रक सदिश ज्ञात कीजिए।
बिंदुओं P$(\hat{i}+2 \hat{j}-\hat{k})$ और Q$(-\hat{i}+\hat{j}+\hat{k})$ को मिलाने वाली रेखा को 2 : 1 के अनुपात में बाह्य विभाजित करने वाले बिंदु R का स्थिति सदिश ज्ञात कीजिए।
यदि बिंदुओं A, B, C और D, के स्थिति सदिश क्रमश: $\hat{i}+\hat{j}+\hat{k}, 2 \hat{i}+5 \hat{j}$, $3 \hat{i}+2 \hat{j}-3 \hat{k}$ और $\hat{i}-6 \hat{j}-\hat{k}$ है, तो सरल रेखाओं AB तथा CD के बीच का कोण ज्ञात कीजिए। निगमन कीजिए कि AB और CD संरेख हैं।
सदिश $(\vec{a}+\vec{b})$ और $(\vec{a}-\vec{b})$ में से प्रत्येक के लंबवत् मात्रक सदिश ज्ञात कीजिए जहाँ $\vec{a}$ = $\hat{i}+\hat{j}+\hat{k}$, $\vec{b}$ = $\hat{i}+2 \hat{j}+3 \hat{k}$ हैं।