(1) बेणेश्वर मेला-यह मेला राजस्थान के आदिवासी समाज का सबसे बड़ा मेला है। माघ पूर्णिमा के अवसर पर, डूंगरपुर जिले में माही, जाखम और सोम नदियों के संगम स्थल पर यह मेला लगता है। इसमें लोग अपने दिवंगतों की अस्थियाँ भी प्रवाहित करते हैं।
(2) करणीमाता का मेला-करणीमाता का मेला बीकानेर जिले में देशनोक के करणीमाता मंदिर में आयोजित होता है। करणीमाता बीकानेर शासकों की अधिष्ठात्री देवी हैं। इस मन्दिर की विशेषता यह है कि, यहाँ काले और सफेद चूहे अत्यधिक संख्या में विचरण करते हैं। चूहों के कारण भी इस मन्दिर को विशेष प्रसिद्धि मिली है।
(3) खाटू श्यामजी का मेला-सीकर जिले का खाटू श्यामजी का मन्दिर एक प्रसिद्ध स्थल है। यहाँ फाल्गुन के शुक्ल पक्ष की दशमी से द्वादशी तक मेला आयोजित होता है। इसमें दूर-दूर से लोग आते हैं।