राजस्थान में अनेक लोकदेवता हुए हैं। चार प्रमुख लोकदेवताओं का वर्णन निम्न प्रकार है
(1) गोगाजी: गोगाजी राजस्थान के प्रमुख लोकदेवताओं में से एक हैं। गोगाजी, चौहान शासक और गोरखनाथ से प्रभावित थे। भाद्रपद कृष्ण नवमी को 'गोगानवमी' के रूप में मनाया जाता है। इस दिन गोगाजी की पूजा-अर्चना की जाती है। गोगामेढ़ी (हनुमानगढ़) में महीने भर तक चलने वाला मेला लगता है।
(2) तेजाजी: तेजाजी भी राजस्थान के प्रमुख लोकदेवताओं में आते हैं। तेजाजी ने गौधन की रक्षा के लिए अपने प्राणों की बाजी लगा दी थी। भाद्रपद शुक्ल दशमी को परबतसर में तेजाजी की स्मृति में विशाल पशु मेला आयोजित होता है। तेजाजी की गाथा और गीत बहुत प्रसिद्ध हैं।
(3) पाबूजी: पाबूजी राठौड़ को 'ऊँटों के देवता' के रूप में पूजा जाता है। पाबू मंड उनका मुख्य स्थान है। फड़ चित्रण में पाबूजी का जीवन चरित्र दिखाया जाता है।
(4) रामदेवजी: रामदेवजी, लोक देवताओं में सबसे प्रमुख एवं अवतारी पुरुष थे। वे साम्प्रदायिक सौहार्द के प्रेरक थे। मुस्लिम समाज भी उनको 'राम-सा' पीर के रूप में मानते हैं। रामदेवरा में भाद्रपद माह में विशाल मेला आयोजित होता है। जिसमें लाखों लोग भाग लेते हैं।