ब्रेटन वुड्स व्यवस्था के विश्व अर्थव्यवस्था पर निम्न प्रभाव पड़े-
इसने पश्चिमी औद्योगिक राष्ट्रों और जापान के लिए व्यापार तथा आय में वृद्धि का मार्ग खोल दिया।
इसके प्रभावस्वरूप विश्व व्यापार की विकास दर वार्षिक 8 प्रतिशत से भी अधिक रही।
इस अवधि में वैश्विक आय में लगभग 5 प्रतिशत की दर से वृद्धि हो रही थी।
इस दौरान अधिकांश औद्योगिक देशों में बेरोजगारी औसतन 5 प्रतिशत से भी कम ही रही।
इस अवधि में तकनीक और उद्यम का विश्वव्यापी प्रसार हुआ।
विकासशील देश आधुनिक तकनीक वाले संयंत्रों व उपकरणों में विपुल पूँजी निवेश कर विकसित और औद्योगिक देशों के बराबरी करने के लिए भरसक प्रयास करने लगे।