एक कण $0.01$ मीटर आयाम तथा $60$ हर्टज आवृत्ति की सरल आवर्तगति करता है। कण का अधिकतम त्वरण होगा :
[1999]
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$(a)\ A =0.01 m ; v =60 Hz$
$a _{\max }\left (\ = A \omega^2=0.01 \times(2 \pi a )^2\right).$
$=\frac{0.01}{1000} \times 4 \pi^2 \times 60 \times 60=144 \pi^2 m/s^2$
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एक बिन्दु सरल आवर्त दोलन करता है जिसका आवर्तकाल $T$ और चलन का समीकरण $x = a \sin (\omega t +\pi / 6)$ है। आवर्तकाल के किस अंश के पश्चात् बिन्दु का वेग उसके अधिकतम वेग का आधा होगा ?
दो सरल लोलकों की लम्बाई $5$ मीटर तथा $20$ मीटर है। इनमें छोटा सरल रेखीय विस्थापन एक ही समय तथा एक ही दिशा में है। ये फिर एक ही कला में होंगे जब छोटी लम्बाई वाले लोलक ने $.......$ दोलन पूरे करे?
दो द्रव्यमान $M _{ A }$ तथा $M _{ B }$ को दो तारों, जिनकी लम्बाइयां $L _{ A }$ तथा $L _{ B }$ है, से लटकाने पर सरल आवर्तगतियां करते है। यदि इनकी आवर्तियों में संबंध $f _{ A }=2 f _{ B }$ हो तो
एक सरल लोलक का आयाम तथा कोणीय वेग क्रमशः $a$ तथा $\omega$ है। माध्य स्थिति से $x$ दूरी पर इसकी गतिज ऊर्जा $T$ तथा स्थितिज ऊर्जा $V$ है तो $T$ तथा $V$ का अनुपात होगा
दो तरंगों को क्रमशः $y _1= a \sin (\omega t + kx +0.57) m$ तथा $y _2= a \cos (\omega t + kx ) m,$ से निरूपित किया जाता है, जहाँ $x$ मीटर में और $t$ सैकण्ड में है, तो दोनों तरंगों के बीच कलान्तर है: