गिरमिटिया श्रमिक-औपनिवेशिक शासन के दौरान अनेक भारतीयों को काम करने के लिए फिजी, गुयाना, वेस्टइण्डीज आदि देशों में एक अनुबन्ध के तहत ले जाया जाता था, जिन्हें बाद में गिरमिटिया कहा जाने लगा। उन्हें एक अनुबन्ध के तहत ले जाया जाता था, जिसे बाद में ये मजदूर 'गिरमिट' कहने लगे। इसी आधार पर इन श्रमिकों को 'गिरमिटिया' मजदूर कहा जाने लगा। भारत के अधिकतर अनुबन्धित मजदूर वर्तमान पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य भारत और तमिलनाडु के सूखे क्षेत्रों से जाते थे। इन मजदूरों को बागानों, खानों, सड़क व रेलवे निर्माण योजनाओं में काम करने के लिए ले जाया जाता था। वहाँ इनका शोषण किया जाता था। उन्हें अत्यन्त कठिन परिस्थितियों में काम करना पड़ता था। फिर भी उन्होंने नया जीवन व्यतीत करने के लिए अपने तरीके ढूंढ निकाले।