हेनरी फोर्ड द्वारा अपनाई गई वृहत् उत्पादन पद्धति के अमेरिका पर प्रभाव हेनरी फोर्ड द्वारा अपनाई गई पद्धतियों के अमेरिका पर निम्नलिखित प्रभाव पड़े-
इन्जीनियरिंग आधारित वस्तुओं की लागत तथा मूल्यों में कमी-वृहत् उत्पादन पद्धति ने इन्जीनियरिंग वस्तुओं की लागत तथा कीमतों में कमी ला दी। अच्छे वेतनों के कारण अब अनेक मजदूर कार आदि वस्तुएँ खरीद सकते थे।
कारों के उत्पादन में वृद्धि–वृहत् उत्पादन पद्धति के कारण कारों के उत्पादन में वृद्धि हुई। जहाँ 1919 में अमेरिका में 20 लाख कारों का उत्पादन होता था, जो 1929 में बढ़कर 50 लाख कार प्रतिवर्ष से भी ऊपर जा पहुँचा।
अन्य घरेलू सामान की बिक्री में वृद्धि-अब बहुत सारे अमेरिकी लोग फ्रिज, वाशिंग मशीन, रेडियो, ग्रामोफोन प्लेयर्स आदि वस्तुएँ भी खरीदने लगे। ये सब वस्तुएँ 'हायर-परचेज' व्यवस्था के अन्तर्गत खरीदी जाती थीं। दूसरे शब्दों में ये लोग समस्त वस्तुएँ कर्जे पर खरीदते थे और उनका मूल्य साप्ताहिक अथवा मासिक किस्तों में चुकाया जाता था।