मनुष्यों द्वारा संसाधनों के अंधाधुंध उपयोग से निम्नलिखित मुख्य समस्याएँ पैदा हुई हैं-
कुछ व्यक्तियों के लालचवश संसाधनों का ह्रास।
संसाधन समाज के कुछ ही लोगों के हाथ में आ गए हैं, जिससे समाज दो हिस्सों संसाधन संपन्न एवं संसाधनहीन अर्थात् अमीर और गरीब में बँट गया।
संसाधनों के अंधाधुंध शोषण से वैश्विक पारिस्थितिकी संकट पैदा हो गया है जैसे भूमंडलीय तापन, ओजोन परत अवक्षय, पर्यावरण प्रदूषण और भूमि निम्नीकरण आदि हैं।