निम्नलिखित दो कथनों पर विचार कीजिये
(a) किरचॉंफ का संधि नियम, आवेश-संरक्षण से प्राप्त होता है।
(b) किरचॉंफ का पाश (लूप) नियम, उर्जा-संरक्षण से प्राप्त होता है।
निम्नांकित में से कौन सा ठीक (सही) है?
[2010]
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(d) संधि का नियम आवेश-संरक्षण को दर्शाता है जबकि लूप का नियम ऊर्जा संरक्षण को दर्शाता है।
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किसी प्रतिरोध $R$ से प्रवाडित आवेश का समय $t$ के साथ विचरण $Q=a t-b t^2$ के रूप में होता है, जहाँ $a$ तथा $b$ धनात्मक नियतांक हैं। $R$ में उत्पत्र कुल ऊप्मा है:
दर्शाये गये परिपथ में दो सेलों $A$ तथा $B$ का प्रतिरोध नगण्य है, जब $V_A=12 V , R_1=500 \Omega$ तथा $R=100 \Omega$ है तो, गैल्वेनोमीटर $(G)$ में कोई विक्षेप नहीं होता है। $V_B$ का मान है :
सर्वसम विस्तार (माप) के धातु के दो तार श्रेणी क्रम में जुड़े हैं। यदि इन तारों की चालकता क्रमशः $\sigma_1$ तथा $\sigma_2$ है तो, इनके इस संयोजन की चालकता होगी
किसी विभवमापी के तार की लम्बाई 100 से.मी. है तथा इसके सिरों के बीच कोर्ई नियत विभवान्तर बनाए रखा गया है। दो सेलों को श्रेणीक्रम में पहले एक दूसरे की सहायता करते हुए और फिर एक-दूसरे की विपरीत दिशाओं में संयोजित किया गया है। इन दोनों प्रकरणों में शून्य-विक्षेप स्थिति तार के धनात्मक सिरे से 50 से. मी. और 10 से.मी. दूरी पर प्राप्त होती है। दोनों सेलों की $emf$ का अनुपात है :
$10^5 C$ आवेश $1$ ग्राम$-$तुल्यांक एल्यूमिनियम देता है। तो कितनी एल्यूमिनियम $($तुल्यांकी ग्राम $-9)$ मिलेगी जब $I _0$ धारा $20$ मिनट के लिए प्रवाहित की गयी हो?
विद्युतवाही एक लूप $($पाश$)$ में दो एक समान अर्धवृत्ताकार भाग है। प्रत्येक की त्रिज्या $R$ है। एक $x-y$ समतल में और दूसरा $x-z$ समतल में स्थित है। यदि लूप $($पाश$)$ में विद्युत धारा $i$ हो तो, उनके उभयनिष्ठ केन्द्र पर दोनों अर्धवृत्ताकार भागों के द्वारा उत्पन्न परिणामी चुम्बकीय क्षेत्र है