प्रतिवर्ती चाप अथवा प्रतिवर्ती क्रिया के सम्बन्ध में सही कथन (i) तथा (iv) हैं।
संवेदी न्यूरॉन शरीर के परिधीय अंगों (मेरुरज्जु) से संकेतों को ले जाकर हाइ केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र तक पहुँचाते है।
प्रेरक न्यूरॉन संकेतों को ग्राही अंगों से (केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र) से मेरुरज्जु से होकर बाहय शारीरिक अंगों जैसे पेशियों, त्वचा, ग्रन्थियों तक ले जाते हैं।