प्रकाशिक तन्तु क्या होते हैं? किरण चित्र की सहायता से इनके द्वारा प्रकाश संचरण की विधि समझाइए। इसमें किस घटना का उयोग होता है?
2015, 2018
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स्वप्रयत्न
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एक काँच $( n =1.5)$ का गोला 20 सेमी व्यास का हैं एक समान्तर किरण पुंज एक ओर से इसमें प्रवेश करती है। अपवर्तन के पष्चात् दूसरी ओर से यह किरण पुंज कहाँ फोकसित होगी?
दूरदर्शी के अभिदृश्यक का अर्थ समझाइए। आँख पर चन्द्रमा का दर्शन कोण $0.6^{\circ}$ है। दूरदर्शी के अभिदृश्यक एवं नेत्रिका की फोकस दूरियाँ कमश: 200 सेमी एवं 10 सेमी हैं। दूरदर्शी से देखने पर चन्द्रमा का दर्शन काण कितना होगा?
$3 / 2$ अपवर्तनांक वाले काँच के एक उत्तल लेंस के प्रत्येक पृष्ठ की वक्रता त्रिज्या 10 से. मी. हैं। लेंस के दोनों ओर $4 / 3$ अपवर्तनांक का माध्यम हैं। लेंस के प्रकाशिक केन्द्र से बायीं ओर 20 सेमी दूर रखी वस्तु के प्रतिबिम्ब की स्थिति ज्ञात कीजिए।
एक पतले काँच $\left({ }_{ a } n _{ g }=\frac{3}{2}\right)$ के प्रिज्म द्वारा एक प्रकाश किरण का न्यूनतम विचलन कोण $40^{\circ}$ है। यदि प्रिज्म को एक द्रव $\left({ }_{ a } n _{ l }=\frac{5}{4}\right)$ में डुबों दिया जाये तो न्युनतम विचलन कोण कितना होगा?
एक 10 सेमी वक्रता त्रिज्या वाले काँच $\left( a ^{ n } g =\frac{3}{2}\right)$ के द्वि-उत्तल लेन्स $A B$ को तल के अनुदिष दो बराबर भागों में काटा जाता है। लेन्स के किसी एक भाग को जल $\left( a ^{ n } g =\frac{4}{3}\right)$ में डुबाने पर उस भाग की फोकस दूरी की गणना कीजिए।