रेशम मार्ग का महत्त्व आर्थिक एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान–रेशम मार्ग से पश्चिम को भेजे जाने वाले चीनी रेशम का बड़ा महत्व था। रेशम मार्ग भूमि या समुद्र से होकर गुजरने वाले मार्ग थे जो एशिया के विशाल क्षेत्रों एशिया को यूरोप और उत्तरी अफ्रीका से जोड़ते थे। रेशम मार्ग से चीनी रेशम तथा पोटरी तथा भारत व दक्षिण-पूर्व एशिया के कपड़े व मसाले विश्व के दूसरे भागों में पहुँचते थे। वापसी में सोना-चाँदी जैसी बहुमूल्य धातुएँ यूरोप से एशिया पहुँचती थीं। व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान, दोनों प्रक्रियाएँ साथ-साथ चलती थीं। इस्लाम धर्म के प्रचारक भी रेशम मार्ग से विश्व के अन्य देशों में गए। इससे पहले बौद्ध धर्म का रेशम मार्ग के द्वारा ही अनेक स्थानों पर प्रसार हुआ था।