(1) कृषि क्षेत्र में अतिउत्पादन की समस्या बनी हुई थी। कृषि उत्पादों की गिरती कीमतों के कारण किसानों की आय घटने लगी। उन्होंने आय बढ़ाने के लिए उत्पादन बढ़ाने का प्रयास किया। इससे कृषि उत्पादों की आमद और भी बढ़ गई, इससे कीमतें गिर गईं। खरीददारों के अभाव में कृषि उपज पड़ी-पड़ी सड़ने लगी।
(2) 1920 के दशक के मध्य में अनेक देशों ने अमेरिका से ऋण लेकर अपनी निवेश सम्बन्धी आवश्यकताएँ पूरी की थीं। परन्तु संकटपूर्ण स्थिति में अमेरिका से कर्ज मिलना बन्द हो गया। जो देश अमेरिकी कर्जे पर निर्भर थे, उनके सामने गहरा आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया।