संघीय शासन व्यवस्था की विशेषताएँ
संघीय शासन व्यवस्था की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-
सरकार के दो स्तर-संघीय शासन व्यवस्था में सरकार दो या अधिक स्तरों वाली होती है।
अलग-अलग अधिकार क्षेत्र संघीय शासन व्यवस्था में अलग-अलग स्तर की सरकारें एक ही नागरिक समूह पर शासन करती हैं, लेकिन कानून बनाने, कर वसूलने और प्रशासन का उनका अपना-अपना अधिकार क्षेत्र होता है।
संवैधानिक मान्यता-संघीय शासन व्यवस्था में संविधान सरकार के हर स्तर के अस्तित्व और उनकी शक्तियों व अधिकारों की गारंटी व सुरक्षा देता है।
मौलिक प्रावधान-संघीय शासन व्यवस्था में संविधान के मौलिक प्रावधानों को किसी एक स्तर की सरकार अकेले नहीं बदल सकती। ऐसे बदलाव दोनों स्तर की सरकारों की सहमति से ही हो सकते हैं।
न्यायालय की सर्वोच्चता-संघीय शासन व्यवस्था में न्यायालयों को संविधान तथा सरकारों के अधिकारों की व्याख्या करने का अधिकार होता है। सरकारों के बीच अधिकारों को लेकर उठने वाले विवादों को निपटाने में सर्वोच्च न्यायालय निर्णायक भूमिका निभाता है।
वित्तीय स्वायत्तता-संघीय शासन व्यवस्था में वित्तीय स्वायत्तता निश्चित करने के लिए विभिन्न स्तर की सरकारों के लिए राजस्व के अलग-अलग स्रोत निर्धारित होते हैं।
दोहरा उद्देश्य-संघीय शासन व्यवस्था के दोहरे उद्देश्य हैं-(1) देश की एकता की सुरक्षा करना और उसे बढ़ावा देना तथा (2) क्षेत्रीय विविधताओं का सम्मान करना।