तीन भिन्न पिण्ड जिनके द्रव्यमान $m _1, m _2, m _3$ है को एक साथ एक ऊंचाई से छोड़ तीन अलग घर्षणतहित पथों से दिया गया। पृथ्वीतल पर पहुंचने पर इनके वेगों का अनुपात होगा-
[1995]
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(c) गिरते हुए पिण्ड का वेग उनके द्रव्यमान पर निर्भर नहीं करता। अतः पृथ्वीतल पर पहुंचने पर वेगों का अनुपात $1: 1: 1$ होगा।
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एक ट्रेन की लम्बाई 150 मी. है। यह उत्तर दिशा में 10 मी./सेकंड के वेग से चलती है। एक तोता 5 मी./सेकंड से दक्षिण दिशा में रेलमार्ग के समान्तर उड़ता है। कितने समय में तोता ट्रेन को पार कर जाएगा।
ऊँचाई पर स्थिति एक प्लेटफार्म (चबूतरे) से, $t =0$ समय पर एक बॉल (गेंद) विरामावस्था से गिराई जाती है। $6 s$ के बाद, उसी प्लेटफार्म से एक अन्य बॉल $v$ की चाल से नीचे की ओर गिराई जाती है। दोनो बॉल $t =18 s$ पर मिल जाती हैं। $v$ का मान होगा?( $g$ का मान $10 m / s ^2$ लीजिये)
एक कण अचर त्वरण के साथ एक सीधी रेखा पर चल रहा है। गति पथ में एक स्थान पर $t$ सैकण्ड में 135 मीटर दूरी चलने पर इसका वेग $10 ms ^{-1}$ से $20 ms ^{-1}$ हो जाता है। $t$ का मान होगा:
एक गेंद को ऊर्ध्वाधरतः ऊपर फेंका गया। जब यह अपनी अधिकतम ऊँचाई के आधे पर पहुँचती है तो इसकी वेग 10 मी/सेकंड होती है। गेंद कितनी ऊपर जायेगी? [ $g =10$ मी/सेकंड $\left.{ }^2\right]$
एक पत्थर मुक्त रूप से गुरुत्वाधीन गिरता है। यह पत्थर पहले पाँच $(5)$ सेंकडों में $h_1$ दूरी, उसे अगले 5 संकंडों में $h _2$ दूरी तथा उससे अगले $5$ सेंकडों में $h _3$ दूरी तय करता है, तो $h_1, h_2$ तथा $h_3$ से संबंध है: