यदि किसी कण का वेग $v = At + Bt ^2$ है, यहाँ $A$ और $B$ स्थिरांक हैं, तो इस कण द्वारा $1 s$ और $2 s$ के बीच चली गयी दूरी है:
[2016]
Download our app for free and get started
(c) दिया है, वेग
$
V = At + Bt ^2 \Rightarrow \frac{ dx }{ dt }= At + Bt ^2
$
समाकलन करने पर हमें तय की गई दूरी प्राप्त होगी
$
\Rightarrow \quad \int_0^{ x } dx =\int_1^2\left( At + Bt ^2\right) dt
$
कण द्वारा $1 s$ तथा $2 s$ के मध्य तय की गई दूरी
$
x =\frac{ A }{2}\left(2^2-1^2\right)+\frac{ B }{3}\left(2^3-1^3\right)=\frac{3 A }{2}+\frac{7 B }{3}
$
Download our app
and get started for free
Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*
एक कार 200 मीटर की दूरी तय करती है। यात्रा का पहला आधा भाग वह 40 किमी/घंटा वेग से तथा दूसरा आधा भाग $v$ वेग से चलती है। यदि औसत वेग 48 किमी/घंटा है तो $v$ का मान है-
पृथ्वी तल से 5 मीटर ऊंचाई पर स्थित एक टोटी से पानी की बूंदें बराबर समयान्तर पर गिरती है। पानी की तीसरी बूंद टोटी से तब निकलती है जब पहली बूंद पृथ्वी तल को छूती है। इस क्षण दूसरी बूंद पृथ्वी तल से कितनी ऊंचाई पर है? $( g =10$ मी/सेकंड 2$)$
तीन भिन्न पिण्ड जिनके द्रव्यमान $m _1, m _2, m _3$ है को एक साथ एक ऊंचाई से छोड़ तीन अलग घर्षणतहित पथों से दिया गया। पृथ्वीतल पर पहुंचने पर इनके वेगों का अनुपात होगा-
एक पत्थर मुक्त रूप से गुरुत्वाधीन गिरता है। यह पत्थर पहले पाँच $(5)$ सेंकडों में $h_1$ दूरी, उसे अगले 5 संकंडों में $h _2$ दूरी तथा उससे अगले $5$ सेंकडों में $h _3$ दूरी तय करता है, तो $h_1, h_2$ तथा $h_3$ से संबंध है:
एक गेंद को ऊर्ध्वाधरतः ऊपर फेंका गया। जब यह अपनी अधिकतम ऊँचाई के आधे पर पहुँचती है तो इसकी वेग 10 मी/सेकंड होती है। गेंद कितनी ऊपर जायेगी? [ $g =10$ मी/सेकंड $\left.{ }^2\right]$
एक पिण्ड को एक टॉवर के शिखर से छोड़ा गया। यह यात्रा के अंतिम दो सेकण्डों में 40 मी. चलता है। तो टॉवर की ऊंचाई होगी $\left( g =10\right.$ मी/सेकंड $\left.{ }^2\right)$
$x$-अक्ष की दिशा में गतिमान एक कण के समय $t$ पर त्वरण $f$ को $f = f _0\left(1-\frac{ t }{ T }\right)$, समीकरण द्वारा व्यक्त किया जा सकता है, जबकि $f _0$ और $T$ नियतांक हैं। $t=0$ पर इस कण का वेग शून्य है। समय $t=0$ और उस क्षण के बीच अन्तराल में जबकि $f =0$ होगा, कण का वेग $\left( v _{ x }\right)$ होगा-