1909 में गाँधीजी द्वारा रचित पुस्तक का नाम है-'हिन्द स्वराज'।
गाँधीजी ने स्वतंत्रता प्राप्ति हेतु अंग्रेजों के विरुद्ध असहयोग की नीति अग्र कारणों से अपनाई-
(1) महात्मा गाँधी का मानना था कि भारत में ब्रिटिश शासन भारतीयों के सहयोग से ही स्थापित हुआ था और उन्हीं के सहयोग से यह चल पा रहा था। अगर भारत के लोग अपना सहयोग वापस ले लें तो साल भर के भीतर ब्रिटिश शासन ढह जाएगा और स्वराज की स्थापना हो जाएगी।
(2) गाँधीजी पूरे भारत में एक अधिकाधिक जनाधार वाला आन्दोलन खड़ा करना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने खिलाफत आन्दोलन के समर्थन तथा स्वराज के लिए असहयोग आन्दोलन का रास्ता चुना।