अफ्रीकी लोग वेतन पर काम करने के लिए तैयार नहीं थे। अत: वहाँ मजदूरों की भर्ती करने तथा उन्हें अपने पास रोके रखने के लिए यूरोपीय लोगों ने निम्नलिखित हथकंडे अपनाये-
उन पर भारी-भरकम कर लाद दिए गए। इन करों का भुगतान केवल तभी किया जा सकता था जब करदाता बागानों या खदानों में काम करता हो।
नए उत्तराधिकार कानून में यह व्यवस्था की गई कि अब परिवार के केवल एक ही सदस्य को पैतृक सम्पत्ति प्राप्त होगी। इस कानून के द्वारा परिवार के अन्य सदस्यों को श्रम बाजार में ढकेलने का प्रयास किया जाने लगा।
खानकर्मियों को बाड़ों में बंद कर दिया गया। उनके खुले आम घूमने-फिरने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया।