औद्योगिक देशों में महामन्दी का सबसे बुरा प्रभाव अमेरिका को ही झेलना पड़ा। यह निम्न बिंदुओं से स्पष्ट है-
कीमतों में कमी और मन्दी के कारण अमेरिकी बैंकों ने घरेलू कर्जे देना बन्द कर दिया। पहले के कर्जे की वसूली तेज कर दी गई।
किसानों के अनेक परिवार नष्ट हो गए तथा व्यवसाय चौपट हो गए।
बहुत से अमेरिकी परिवार ऋण चुकाने में असमर्थ हो गए। परिणामस्वरूप उनके मकान, कार और समस्त आवश्यक वस्तुएँ कुर्क कर ली गईं।
अमेरिका में बेरोजगारी बढ़ गई तथा लोगों को रोजगार की तलाश में दूर-दूर के स्थानों पर जाना पड़ा।
अन्ततः अमेरिकी बैंकिंग व्यवस्था भी चरमरा गई। अनेक बैंक दिवालिया हो गए और बन्द कर दिए गए।