(1) नील के व्यापार में अभूतपूर्व वृद्धि के साथ ही कंपनी के वाणिज्यिक एजेंटों तथा अधिकारियों ने नील उत्पादन में निवेश करना शुरू कर दिया।
(2) अनेक अधिकारियों ने कंपनी में अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया तथा अपने नील के व्यापार की देखभाल करने लगे।
(3) स्कॉटलैण्ड तथा इंग्लैण्ड के अनेक लोग भारत आये। जिनके पास नील उत्पादन के लिए पूँजी नहीं थी उन्हें कंपनी तथा बैंकों से ऋण दिया जाने लगा।