असहयोग आंदोलन के आर्थिक प्रभावों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
Download our app for free and get startedPlay store
असहयोग आंदोलन में विदेशी सामानों का बहिष्कार किया गया। इससे विदेशी कपड़ों के आयात में कमी आई।
विदेशी कपड़ों की होली जलाई गई। 1921 से 1922 के बीच विदेशी कपड़ों का आयात आधा रह गया।
इस आंदोलन के दौरान लोग केवल भारतीय कपड़े पहनने लगे। इससे भारतीय मिलों और हथकरघों का उत्पादन बढ़ने लगा।
कई व्यापारियों और उद्योगपतियों ने विदेशी चीजों का व्यापार करने तथा विदेशी व्यापार में पैसा लगाना बन्द कर दिया।
art

Download our app
and get started for free

Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*

Similar Questions

  • 1
    असहयोग आन्दोलन के कार्यक्रम का वर्णन कीजिए।
    View Solution
  • 2
    गाँधीजी ने नमक यात्रा क्यों शुरू की?
    View Solution
  • 3
    भारत के प्रमुख मुस्लिम राजनीतिक संगठनों की सविनय अवज्ञा आन्दोलन में भूमिका का विवेचन कीजिए।
    View Solution
  • 4
    स्वराज पार्टी की स्थापना और उसके उद्देश्यों पर प्रकाश डालिए।
    View Solution
  • 5
    गिरमिटिया श्रमिकों पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
    View Solution
  • 6
    दक्षिणी अफ्रीका से भारत आने के बाद महात्मा गांधी द्वारा किये गये सत्याग्रह आन्दोलनों का वर्णन कीजिए।
    View Solution
  • 7
    दलितों को उनके अधिकार दिलाने हेतु गाँधीजी ने क्या प्रयास किये?
    View Solution
  • 8
    सविनय अवज्ञा आन्दोलन में किसानों की भूमिका का विवेचन कीजिए।
    View Solution
  • 9
    खिलाफत आन्दोलन के बारे में आप क्या जानते हैं? राष्ट्रीय आन्दोलन में इसका क्या महत्त्व था?
    View Solution
  • 10
    सविनय अवज्ञा आन्दोलन में दलित वर्ग की भूमिका का विवेचन कीजिए।
    View Solution